Samvidhan diwas par bhashan in hindi: संविधान दिवस भाषण इन हिंदी

माननीय शिक्षकगण, मेरे प्यारे विद्यार्थी मित्रों और उपस्थित सभी लोग,

आज 26 नवंबर का दिन हमारे लिए बहुत खास है। ये है हमारा संविधान दिवस। आज ही के दिन, 1949 में, हमारी संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया था। ये संविधान हमारी आजादी का असली आधार है, जो हमें समानता, न्याय और आजादी की गारंटी देता है। आज मैं आपसे कुछ बातें साझा करना चाहता हूँ, जो हमारे रोजमर्रा के जीवन से भी जुड़ी हैं।

सबसे पहले, आइए जानें कि संविधान है क्या। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा ने करीब तीन साल की मेहनत से इसे बनाया। इसमें 395 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियाँ हैं, जो आज भी हमारे देश को दिशा दिखाती हैं। संविधान की प्रस्तावना तो जैसे हमारे मूल्यों का निचोड़ है – न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा। ये शब्द सिर्फ कागज पर नहीं, बल्कि हमारे दिल में होने चाहिए।

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आज के समय में, जब हम सोशल मीडिया और भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यस्त हैं, तब भी संविधान का महत्व कम नहीं होता। उदाहरण के लिए, हमारे मौलिक अधिकारों की वजह से हम अपनी बात खुलकर कह सकते हैं, शिक्षा का हक पा सकते हैं और अपने धर्म को मान सकते हैं। लेकिन ये अधिकार बिना जिम्मेदारियों के पूरे नहीं होते। संविधान कहता है कि हमें पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए, देश की एकता बनाए रखनी चाहिए और वैज्ञानिक सोच अपनानी चाहिए। मैंने एक बार एक छोटे से गाँव में देखा, जहाँ लोग संविधान के अनुच्छेद 51-ए के आधार पर स्वच्छता अभियान चला रहे थे। ऐसे उदाहरण हमें प्रेरणा देते हैं कि संविधान सिर्फ किताब नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है।

Samvidhan din bhashan in marathi: संविधान दिवस निमित्ताने प्रेरणादायी भाषण

मेरे विद्यार्थी दोस्तों, आप तो देश का भविष्य हैं। संविधान दिवस मनाते समय ये प्रण लें कि आप किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे। जब आप वोट डालें, तो संविधान के सिद्धांतों को याद रखें। आज दुनिया में कई जगह लोकतंत्र को चुनौतियाँ मिल रही हैं, लेकिन हमारा संविधान, जो दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, 140 करोड़ लोगों को एक साथ जोड़ता है। डॉ. आंबेडकर ने कहा था, “संविधान चाहे कितना भी अच्छा हो, अगर उसे लागू करने वाले लोग अच्छे न हों, तो वो सफल नहीं होगा।” ये बात आज भी सच है।

अंत में, मैं कहना चाहूँगा कि संविधान दिवस सिर्फ मनाने का दिन नहीं है, बल्कि इसके मूल्यों को अपनाने का दिन है। आइए, हम सब मिलकर एक मजबूत और न्यायपूर्ण भारत बनाएँ। जय हिंद! जय भारत!

धन्यवाद।

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