माननीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे दोस्तों,
Prithvi diwas speech in hindi: आज मैं आपके सामने एक खास दिन के मौके पर बोलने आया हूँ। यह दिन है पृथ्वी दिवस! हर साल 22 अप्रैल को पूरी दुनिया में यह दिन मनाया जाता है। यह दिन हमें हमारी धरती की देखभाल करने की याद दिलाता है। क्या आप जानते हैं? इसकी शुरुआत 1970 में अमेरिका में सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी, जब प्रदूषण और पर्यावरण की तबाही ने लोगों को चिंतित कर दिया था। उस समय रैचेल कार्सन की किताब ‘साइलेंट स्प्रिंग’ ने लोगों को कीटनाशकों के नुकसान के बारे में बताया। पहले पृथ्वी दिवस पर अमेरिका में दो करोड़ लोग शामिल हुए, और धीरे-धीरे यह 190 से ज्यादा देशों में फैल गया।
लेकिन हम यह दिन क्यों मनाते हैं? क्योंकि धरती हमारी माँ की तरह है। यह हमें हवा, पानी, भोजन और रहने की जगह देती है। आज प्रदूषण, जंगलों की कटाई, प्लास्टिक का ज्यादा इस्तेमाल और जलवायु परिवर्तन हमारी धरती को नुकसान पहुँचा रहे हैं। सोचिए, अगर हम ऐसे ही चलते रहे, तो क्या हमारे बच्चों को साफ हवा और पानी मिलेगा? यह दिन हमें बताता है कि पर्यावरण की रक्षा सिर्फ सरकार का काम नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है।
दोस्तों, हम छोटी-छोटी चीजों से बदलाव ला सकते हैं। जैसे- प्लास्टिक कम करना, पेड़ लगाना, पानी बचाना और रीसाइक्लिंग करना। मैं एक आम छात्र हूँ, लेकिन जब मैंने एक पर्यावरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया, तो मुझे समझ आया कि एक इंसान भी फर्क ला सकता है। आज पृथ्वी दिवस पर मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम अपने रोजमर्रा के जीवन में पर्यावरण को प्राथमिकता देंगे। हम अपनी स्कूल में पेड़ लगाने की मुहिम शुरू करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
अंत में, मैं कहना चाहता हूँ कि पृथ्वी दिवस सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। आइए, हम सब मिलकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाएँ और एक हरी-भरी, साफ-सुथरी धरती बनाएँ। धन्यवाद! जय हिंद!